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Hosting क्या है? Hosting kya hai?
- Hosting एक प्लेटफार्म होता है जहां पर किसी भी ब्लॉग का सारा डाटा स्टोर होता है। अगर आपका कोई ब्लॉग है और आप उस ब्लॉग पर बहुत सारे एक्टिविटीज कर रहे हैं तो उस एक्टिविटीज का सारा डाटा उस ब्लॉग का जो Hosting है वहां पर स्टोर होगा।
- Hosting भी आपको मुफ्त में भी मिल जाएगा या पैसे देकर।
Hosting के प्रकार | Hosting ke prakaar
Hosting provider निम्न प्रकार की वेब होस्टिंग प्रोवाइड करती है –
1. Shared Server Hosting
2. Virtual Private Server (VPS) Hosting
3. Dedicated Server Hosting
4. Cloud Hosting
5. WordPress Hosting
Hosting क्यों जरूरी है ? | Hosting kyo jaroori hai?
कोई भी वेबसाइट होस्टिंग सर्विस आपके वेबसाइट के सभी फाइल्स या डाटा को वेब सर्वर पर स्टोर कर के रखती है । जब कोई भी व्यक्ति(visitors) आपके वेबसाइट को खोलने के लिए अपने कंप्यूटर या मोबाइल के ब्राउज़र में आपके वेबसाइट का URL(www.xyz.com) टाइप करता है तब इसका request सबसे पहले वेब सर्वर तक पहुँचता है । वेब सर्वर इस request को accept करती है और फिर आपके वेबसाइट या ब्लॉग के फाइल्स की एक कॉपी बनाकर उस व्यक्ति (visitor) के कंप्यूटर तक पंहुचा देती है। इसी प्रोसेस को follow करते हुए कोई भी व्यक्ति आपके वेबसाइट के अंदर सभी कंटेंट्स को access कर पाता है ।
Hosting कहाँ से खरीदें ? | Hosting kaha se khareeden?
वैसे तो मार्किट में Hosting provider companies बहुत सारे हैं लेकिन मैं कुछ companies के नाम आपको बता देता हूँ –
Domain क्या है ? | Domain kya hai?
- डोमेन किसी भी ब्लॉग का नाम होता है । जैसे की इस ब्लॉग का नाम है www.sumitjhadigital.in
- इस ब्लॉग का जो नाम है www.sumitjhadigital.in यही इस ब्लॉग का डोमेन हुआ ।
- डोमेन आपको मुफ्त में भी मिल जायेगा और पैसे देकर भी । यह आपकी आवश्यकता पर निर्भर करता है ।
- अगर आपकी खुद का एक ब्लॉग बनाना है तो डोमेन नाम बहुत जरूरी होता है ।
Domain name क्यों जरूरी है ? | Domain name kyo jaroori hai?
जब हम किसी भी वेबसाइट या ब्लॉग के कंटेंट को access करना चाहते हैं तो उस वेबसाइट या ब्लॉग का एड्रेस टाइप कर के search करते हैं जो की alphabetical form में होता है जैसे की – www.xyz.com . असल में इंटरनेट पर मौजूद सभी वेबसाइट या ब्लॉग का एड्रेस alphabetical form में नहीं होता है बल्कि numerical form में होता है जिसे IP Address कहा जाता है | Numerical form में addresses कुछ इस तरह के होते हैं – 125.53.55.20 , 126.51.51.23 , 127.50.50.20 . इस तरह के addresses को याद रखना बहुत मुश्किल हो जाता है किसी आम इंसान के लिए । इसलिए इससे numerical form से alphabetical form में convert कर दिया जाता है । इसलिए किसी भी वेबसाइट या ब्लॉग के लिए domain name बहुत जरूरी होता है ताकि कोई भी आसानी से किसी का भी domain name याद रख सके और उस particular वेबसाइट का कंटेंट access कर सके ।
Domain कहाँ से खरीदें ? | Domain kaha se khareeden?
वैसे तो मार्किट में domain provider companies बहुत सारे हैं लेकिन मैं कुछ companies के नाम आपको बता देता हूँ –